सुर से सुर मिलायें, चलो आज नया भारत बनायें। सुर से सुर मिलायें, चलो आज नया भारत बनायें।
यह हमारा जन्मसिद्ध अधिकार हैहम कभी भीकिसी को भीगरिया सकते है यह हमारा जन्मसिद्ध अधिकार हैहम कभी भीकिसी को भीगरिया सकते है
गर न होते पेड़ जमीं पर कैसी होती धरती सारी प्रकृति का वजूद न होता हरियाली गुम हो जात गर न होते पेड़ जमीं पर कैसी होती धरती सारी प्रकृति का वजूद न होता हरिया...
एक सशक्त सोच, जो इंसानों का नाता, इंसानियत से जोड़ दें! एक सशक्त सोच, जो इंसानों का नाता, इंसानियत से जोड़ दें!
हमें इंतज़ार रहता अपने पापा के आगमन का। हमें इंतज़ार रहता अपने पापा के आगमन का।
एक बिस्तर पर , एक छत के नीचे कटती दोनों रात थी ॥ पास हो कर भी, दोनों के दरमियाँ ख़ामोशी की बिसात थी ।... एक बिस्तर पर , एक छत के नीचे कटती दोनों रात थी ॥ पास हो कर भी, दोनों के दरमियाँ ...